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deepak sharma

प्यार तो तुम ने भी किया था
तुम्हे कैसे नींद आती होगी
वो तेरे रोना मेरे कंधे पे सर रख के
याद तो आता होगा

याद है मुझे आज भी
वो तुम्हारा रोना जुदा होने की बात पर
वो तेरा हसना मेरी हर बात पर
वह खुद रूठना
बिना किसी बात पर

वो तेरी चूडियों की शन शन
वो तेरी पायलों की झन झन
आज भी कानो में गूंजती है
तेरा हसना आज भी सुनाई देता है

आज भी अकेले में लगता है
तुम आओगी
पर अब तुम मत आना
अब हौसला नहीं है संभलने का
तेरे साथ चलने का

अब ना चल पाऊँगा प्यार की राह पर
अब न जी पाऊँगा वो प्यार के पल
अब न होगी मोहबत मुज से

अगर कभी प्यार था
उस प्यार की कसम
अब तुम मत आना
3 Responses
  1. manas mishra Says:

    सर, अगर सच्चा प्यार दरवाजे पर दस्तक देगा तो क्या उसे रोक
    पायेंगे। अगर वो वापस आयी तो उसके कदमों के साथ वो पायल की छन-छन होगी और जब उसके हाथ दिल के दरवाजे पर दस्तक देंगे तो चूड़ियों की खन-खन भी होगी।प्यार के वो पल तो आपने जी लिये लेकिन जब मोहब्बत दस्तक देगी और आवाज को आपने अनसुना कर दिया तो आप जी कर भी नही जी पायेंगे।


  2. Anonymous Says:

    ना भाई हम तो ये नहीं चाहेंगे.. हम आशिकों का जनम ही होता है फिर-फिर मुहबब्त करने के लिए... इसलिए..
    अब अगर आओ तो जाने के लिए मत आना....


  3. Anonymous Says:

    अब तुम मत आना ! This line says every thing.


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