प्यार तो तुम ने भी किया था
तुम्हे कैसे नींद आती होगी
वो तेरे रोना मेरे कंधे पे सर रख के
याद तो आता होगा
याद है मुझे आज भी
वो तुम्हारा रोना जुदा होने की बात पर
वो तेरा हसना मेरी हर बात पर
वह खुद रूठना
बिना किसी बात पर
वो तेरी चूडियों की शन शन
वो तेरी पायलों की झन झन
आज भी कानो में गूंजती है
तेरा हसना आज भी सुनाई देता है
आज भी अकेले में लगता है
तुम आओगी
पर अब तुम मत आना
अब हौसला नहीं है संभलने का
तेरे साथ चलने का
अब ना चल पाऊँगा प्यार की राह पर
अब न जी पाऊँगा वो प्यार के पल
अब न होगी मोहबत मुज से
अगर कभी प्यार था
उस प्यार की कसम
अब तुम मत आना
सर, अगर सच्चा प्यार दरवाजे पर दस्तक देगा तो क्या उसे रोक
पायेंगे। अगर वो वापस आयी तो उसके कदमों के साथ वो पायल की छन-छन होगी और जब उसके हाथ दिल के दरवाजे पर दस्तक देंगे तो चूड़ियों की खन-खन भी होगी।प्यार के वो पल तो आपने जी लिये लेकिन जब मोहब्बत दस्तक देगी और आवाज को आपने अनसुना कर दिया तो आप जी कर भी नही जी पायेंगे।
ना भाई हम तो ये नहीं चाहेंगे.. हम आशिकों का जनम ही होता है फिर-फिर मुहबब्त करने के लिए... इसलिए..
अब अगर आओ तो जाने के लिए मत आना....
अब तुम मत आना ! This line says every thing.